HINDI VYAKARAN, सम्पूर्ण हिंदी व्याकरण, HINDI GRAMMER ,HINDI GRAMMER MCQ

सम्पूर्ण हिंदी व्याकरण (SAMPURNA HINDI VYAKARAN) सीरिज के द्वारा आपको हिंदी व्याकरण की संपूर्ण जानकारी देने प्रयास है। सम्पूर्ण हिंदी व्याकरण (SAMPURNA HINDI VYAKARAN) सीरिज के माध्यम से हिंदी व्याकरण के सभी पाठों के जानकारी और हिंदी व्याकरण MCQ आपके लिए उपलव्ध कराया गया है I जो आपके लिए उपयोगी साबित होगा और आपके हिंदी व्याकरण का ज्ञान को एक नए स्तर पार ले जायेगा I



    परिभाषाः 

    क्रिया की विशेषता को बताने वाले शब्द क्रिया-विशेषण कहलाते हैं। 

    • अजय प्रतिदिन पढ़ता है। 

    • राजू तेज चलता है। 

    • कोयल मधुर गाती है। 

    उपर्युक्त वाक्यों में “प्रतिदिन”, “तेज”, “मधुर” शब्दों से क्रिया की विशेषता को बतलाता है I ये  सब  क्रिया  विशेषण  कहे  जाएंगे I 

    जो अविकारी शब्द इन बातों का ज्ञान कराते हैं, उन्हें क्रिया-विशेषण कहते हैं।

    नीचे  दिए गये प्रश्नों के  उत्तर खोजने से क्रिया विशेषण का पता लगता है I 

    क्रिया किस प्रकार हुई ?

    क्रिया किस स्थान पर हुई?

    क्रिया किस समय हुई ?

    क्रिया कितनी हुई?

    उपरोक्त  प्रश्नों  के  उत्तर  क्रिया  विशेषण कहलाता हैं |

    क्रिया-विशेषण के भेद 

    क्रिया-विशेषण के चार भेद हैं: 

    • स्थानवाचक क्रिया-विशेषण 
    • कालवाचक क्रिया-विशेषण 
    • परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण 
    • रीतिवाचक क्रिया-विशेषण 


    स्थानवाचक क्रिया-विशेषण 

    जो शब्द क्रिया  संपन्न  होने की स्थान का बोध कराते हैं, उन्हें स्थानवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं; जैसे- 

    • अमन यहीं बैठकर पढ़ोI 

    • इधर-उधर मत जाओ। 

    • तुम कहाँ जाओगे? 

    • सुमन बाहर  घूम रही थी। 

    • भीतर जाकर बैठिए। 

    उपर्युक्त वाक्यों में  “यही ”, “इधर-उधर”, “कहाँ”, “भीतर” और “बाहर” शब्द क्रियाओं की होने के स्थानों का बोध करा रहे हैं।

    अतः यह स्थानवाचक क्रिया-विशेषण है। 

    कालवाचक क्रिया विशेषण 

    जो शब्द क्रिया की काल या समय का बोध कराते हैं, उन्हें कालवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे- 

    •  सीता गाड़ी से आज सवेरे आने वाली थी, लेकिन अभी तक नहीं आई। 

    • अजय परसों जरूर जाएगा। 

    • सदा सत्य बोलो और प्रसन्न रहो। 

    • तुम आगरा कब जाओगे? 

    उपरोक्त वाक्यों में “आज”, “सवेरे”, “अभी”, “तक”, “परसों”, “सदा” और “कब” शब्दों से क्रिया के काल (समय) का बोध हो रहा है। अतः ये शब्द कालवाचक क्रिया-विशेषण हैं। 



    परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण 

    जो शब्द क्रिया की मात्रा या परिमाण बताए, उसे परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं।

    जैसे;

    वह बहुत हँसता है।

    खाना थोड़ा खाओ |

    खाना खूब चबाओ। 

    इन वाक्यों में “बहुत”, “थोड़ा”, “खूब” शब्द की क्रिया की मात्रा या परिमाण बताते हैं। अतः ये शब्द परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण हैं। 

    रीतिवाचक क्रिया-विशेषण 

    जो शब्द क्रिया के होने की रीति या विधि बताते हैं, उन्हें रीतिवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं।

    जैसे-

    • कछुआ धीरे-धीरे चलता है। 

    • राम तेज लिखता है। 

    •  वह अचानक आ गया। 

    उपर्युक्त वाक्यों में “धीरे-धीरे”,  “तेज” और “ अचानक” शब्द क्रियाओं के होने की रीति (ढंग) बता रहे हैं। अतः ये रीतिवाचक क्रिया-विशेषण हैं।


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